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गुरुवार, 8 नवंबर 2012

यूपी के जूनियर मंत्री ने सीनियर पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप



अपने मंत्रियों के व्यवहार और तौर-तरीकों को लेकर पहले से मुश्किलों में घिरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने एक नई समस्या पैदा हो गई है। इंग्लिश न्यूज पेपर डेली मेल के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार के एक राज्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि उनके विभाग का कैबिनेट मंत्री अपॉइंटमेंट और पोस्टिंग कराने के बदले रिश्वत ले रहा है।
उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री रियाज अहमद ने अपने कैबिनेट मंत्री की शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक लेटर लिखा है। इस लेटर में अहमद ने कहा है कि उनके विभाग के कैबिनेट मंत्री राजा राम पांडे अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि राजा राम पांडे ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्तियां और ट्रांसफर कराने के बदले में 'तोहफे' लिए।

सीएम को लिखे इस लेटर में अहमद ने कहा है, 'अपॉइंटमेंट और पोस्टिंग करने के नियमों को अनदेखा किया जा रहा है। इसके लिए अलग ही तरीका अपनाया जा रहा है, जो कि सही नहीं है। हमारा विभाग पहले ही गोयल विवाद की वजह से भरोसा खो चुका है। ऐसे में मंत्री के ऐसे कदमों से सरकार की इमेज को नुकसान पहुंच रहा है।'

वहीं राजा राम पांडे ने रियाज अहमद की बातों को हंसी में टाल दिया। पांडे ने कहा, 'हाल के कुछ महीनों से राज्य मंत्री अहमद विभाग की बहुत सी मीटिंग्स से गायब रहे हैं। इसी वजह से वह चीजों को सही नजरिए से नहीं देख पा रहे। जो कुछ भी वह कह रहे है, वह उनकी खुद की समस्या है।'

मेल टुडे का यह भी कहना है कि इस मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश तो पांडे को मंत्री पद से हटाना भी चाहते थे, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें रोक लिया। एक सीनियर मंत्री के मुताबिक अगर राजा राम पांडे ने अपने तौर-तरीकों में बदलाव नहीं किया, तो मुख्यमंत्री उनके खिलाफ सख्त कारर्वाई कर सकते हैं।

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