Translet

मंगलवार, 27 नवंबर 2012

दिल्‍ली के साकेत कोर्ट में होगी सुधीर चौधरी और समीर आहलूवालिया की पेशी


जी न्‍यूज ने कहा उनके स्‍टाफ ने कोई अपराध नहीं किया (नई दिल्ली) :
 ज़ी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी औऱ ज़ी बिजनेस के संपादक समीर अहलूवालिया को आज दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेश किया जाएगा. कल दोनों को गिरफ्तार किया गया था. जिंदल स्टील एंड पावर कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल ने आरोप लगाया था कि कोयला घोटाले पर कवरेज रोकने के बदले दोनों ने सौ करोड़ मांगे थे. जी न्यूज ने संपादकों की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं. सुबह 11 बजे जी ग्रुप ने इसी मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की है.  

जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी और जी बिजनेस के संपादक समीर अहलूवालिया को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कल शाम सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया को पूछताछ के लिए बुलाया था जिसके बाद उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. जिंदल स्टील एंड पावर कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल की शिकायत पर सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया को गिरफ्तार किया गया है. नवीन ने इन लोगों का स्टिंग सीडी जारी करने के बाद आरोप लगाया था कि कोयला घोटाले पर कवरेज रोकने के बदले जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी और जी बिजनेस के संपादक समीर अहलूवालिया ने 100 करोड़ रुपये मांगे थे. नवीन जिंदल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन की सीडी दिल्ली पुलिस को भी सौंपी थी. हालांकि सुधीर और समीर के अलावा जी समूह भी इन आरोपों को सिरे से नकार चुका है. जी न्‍यूज की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है, "कांग्रेस सरकार मीडिया को सच बताने से रोक रही है. आज फिर से इमरजेंसी के हालात बने हैं. आज इतिहास का काला दिन है. जब केस कोर्ट में है तो दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल के इशारे पर सुधीर चौधरी, समीर अहलूवालिया की गिरफ्तारी की है. सनसनी मचाने, कोलगेट घोटाले को छुपाने और नवीन जिंदल को बचाने के लिए गिरफ्तारी की गई है. ये गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर क्रूर हमला है. चैनल तमाम आरोपों को खारिज करता है. हमारे स्टाफ ने कोई अपराध नहीं किया है."

7 टिप्‍पणियां:

  1. अगर यह बात सच है कि कोयला घोटाले पर कवरेज रोकने के बदले दोनों ने सौ करोड़ मांगे थे ' तो यह एक बहुत बड़ा अपराध है और उनके ऊपर सख्त से सख्त कारवाही करनी चाहिए क्यूंकि यह देश से एक बहुत बड़ा धोखा है ?

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. नन्द लाल जी ये भी तो हो सकता है वो रिश्वत मांगना स्टिंग ओप्रेसन का एक हिस्सा रहा हो.. हमे ये बात भी नही न्कारनी चाहिए

      हटाएं
  2. मिडिया को दबाब में लेने की साजिस :- अब सरकार आम आदमी को जागृत करने वाले साधनों पर भी सिकंजा कसने लग गयी ह ! आज सुधीर चौधरी और संदीप आहलुवालिया की दिल्ली साकेत कोर्ट में पेसी ह जो जी न्यूज़ चेनल के संपादक ह ! जिंदल साहब ये बताये कि आप देश के जिमेदार वेक्तियों में आते ह इस के नाते आपने इस ओप्रेसन को तुरंत जनता के सामने क्यों नहीं पेश किया ? और आपको पता ही था कि ये सौदा होने वाला ह तो फिर आप अकेले ही दोनों को बुलाकर डील केसे कर ली ? क्या आप की क्राइम ब्रांच को सूचित करने की जिमेदारी नहीं बनती ?

    इन सब सवालो को अगर हम ध्यान में रखकर विचार करें तो सरकार का मकसद ये ही लगता ह कि :-
    सरकार मिडिया को दबाव् में लाना चाहती हं !
    नविन जिंदल का ये ओप्रेसन मिडिया को बदनाम करने की साजिस का हिसा था !
    कोंग्रेस पार्टी की आये दिन खिली उड़ाने वोले मिडिया को जनता की नजरों के सामने गिराना !
    अब सरकार को आइना दिखाने के लिए आम आदमी की सेना तैयार हो चुकी ह। इस सरकार को अपनी नेतिक जिमेदारी अब ये आम आदमी दिलाएगा इस देश को नेता की जरूरत नहीं ह ,जरूरत ह तो सिर्फ और सिर्फ आम आदमी की !

    में हूँ !आम आदमी
    मक्खन लाल पूनिया

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मक्खन लाल जी सहमत हूँ.. जिस प्रकार से मिडिया पर अब सरकार सिकंजा कसा जा रहा है आपत्काल के दिन याद आ रहे है..
      शायद आपत्काल की शुरुआत हो चुकी है..

      हटाएं
  3. cogress hmesha se hi jb bhi uski srkar par aanch aane lgti hai aise htknde apnane lgti hai

    जवाब देंहटाएं
  4. Daal me kuch kala jaroor hai.kyuki dono hi Bhrasht hai.

    जवाब देंहटाएं