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रविवार, 3 मार्च 2013

क्यों दें "आप" का साथ

आम आदमी पार्टी के गठन के साथ ही बहुत से मित्रो का हमसे सवाल रहता है, आखिर हम 'आप' का साथ क्यों दें? हम क्यूँ विश्वास करें अरविन्द केजरीवाल पर? हो सकता है है अरविन्द भी इन्ही राजनेताओ की तरह निकले वोट बटोरे और चल निकले...और उनके प्रश्न व्यर्थ के भी नही है वो हमसे सही सवाल पूछ रहे है, पिछले ६० साल से इस देश की राजनितिक जमात द्वारा इस देश के "आम आमदी" के साथ किये ही विश्वासघात का परिणाम है की देश की अधिकाश आबादी का राजनेताओ से विश्वास ही उठ गया है, हमे जब भी  किसी राजनेता के बारे में बताया जाता है तो मन में एक लुटेरे-गुंडे-ड्रामेबाज-बलात्कारी जैसा कोई विकर्त सा चेहरा तैरने लगता है मगर इस देश का आम आदमी 'राजनीती और राजनेताओ' को इस तरह देख रहा है तो आखिर जब हमने नै राजनितिक पार्टी बनाई तो वो हमारी तरफ इअसा क्यों ना सोचे?
क्यों माने 'आप' को वो इमानदार?

क्यों माने "आप" को वो भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी?
आम आदमी शक की निगाह से देखता है किसी भी "राजनितिक पार्टी" को तो हमे क्यों नही देखेगा?
इन सभी शंकाओं-प्रश्नों के उत्तर देता है "आप का सम्विधान" "आप" की नीतिया क्या होंगी..
क्या आप भी शक करते है हम पर तो इसे पड़ें! क्या लगता है आपका रही है कंही गुंजाइश देश से गद्दारी करने की?

 मैं "आम आदमी पार्टी" का समर्थन करता हूँ...

१. क्युकी आम आदमी की पार्टी में कोई केंद्रीय आलाकमान नहीं होगा। परिषद के सदस्य ही कार्यकरिणी का चुनाव करेंगे, तथा उन्हें वापस भी बुलाने की शक्ति भी होगी ।

२.इस पार्टी का कोई विधायक या सांसद अपने वाहनों पर लाल बत्ती या किसी अन्य चिन्ह का प्रयोग नहीं करेगा।

३.इस पार्टी का कोई विधायक या सांसद किसी विशेष सुरक्षाबल का प्रयोग नहीं करेगा।

४.कोई विधायक या सां
सद किसी भी आलीशान सरकारी बंगले में नहीं रहेगा।

५.किसी को चुनावी टिकट खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी। उम्मीदवारों का चयन उसके क्षेत्र के लोगों द्वारा किया जाएगा।

६.अपराधियों और गुंडों को कभी भी टिकट नहीं दिया जाएगा है। जाँच के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा की कि जिन व्यक्तियों का आपराधिक रिकॉर्ड है, या जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हैं ,उन्हें पार्टी से चुनाव लड़ने नहीं दिया जाए।

७यह पार्टी पूर्ण वित्तीय पारदर्शिता के साथ कार्य करेगी। दान के द्वारा एकत्रित हर एक पैसे का ब्यौरा पार्टी की वेबसाइट पर सार्वजनिक किया जाएगा। चुनावी खर्च को भी वेबसाइट पर घोषित किया जाएगा।

८.आम आदमी पार्टी के हर सदस्य को शुद्ध आचरण तथा आंतरिक लोकपाल का पालन करना होगा। आंतरिक लोकपाल सार्वजनिक जीवन में स्वच्छ छवि रखने वाले प्रख्यात हस्तियों एवं न्यायमूर्तियों की एक स्वतंत्र समिति होगी।यह समिति पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार, अपराध, मादक द्रव्यों के सेवन और नैतिक अधमता के आरोपों की जांच करेगी। आम जनता पार्टी सदस्यों के खिलाफ सबूत पेश कर सकती है। यदि आंतरिक लोकपाल किसी पार्टी सदस्य को दोषी पाता है, वह उसपर यथोचित कार्रवाई करने का निर्णय ले सकता है।

९.एक ही परिवार के दो सदस्य पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं। वे कार्यकरिणी के सदस्य भी नहीं बन सकते।

१०.अगर पार्टी जीतती है तो राइट टु रिजेक्ट कानून बनाया जायेगा जिसके अंतर्गत एक भ्रष्ट विधायक या सांसद को हटाने के लिए आम जनता को 5 साल के कार्यकाल के समाप्त होने की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। लोग किसी भी वक्त चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कर अपने प्रतिनिधि को वापस बुला सकते हैं और ताजा चुनाव के लिए आग्रह कर सकते है।

क्या आप "आप" का समर्थन करते है...
यदि नही करते तो उस पार्टी का नाम मुझे भी बता दिजीये जो मुझे ये सब दे सके फिर में भी उसी पार्टी का समर्थन करने लगूंगा..

आम आदमी "आप" हो..
वोट भी "आप" का है...
"आप" भी "आपकी" है...
फैसला खुद करे... की भारतीय राजनीति में ये सब परिवर्तन चाहते हो या नही...

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