प्रश्न:- क्या आप इस देश की राजनितिक व्यवस्था से परेशान है?
उत्तर:-हाँ! मुझे इस देश के नेताओ पर विश्वास नही.......
प्रश्न:-क्या आप देश में हो रहे भ्रस्ताचार से परेशान है?
उत्तर:- हाँ!बहुत
प्रशन:-क्या आप इस व्यवस्था को बदलने के लिए करेंगे?
उत्तर:-नही! ये काम तो सरकार और नेताओ का है!
प्रश्न:- पर आपने तो कहा है आपको विश्वास नही नेताओ पर?
उत्तर:- और हम क आर भी क्या सकते है? इतनी बड़ी राजनितिक ताकतों के आगे हम है ही क्या?
आप वर्तमान राजनितिक व्यवस्था से परेशान है, देश में हो रहेभ्रष्टचार से भी प्रेषण है पर उसे बदलने के लिए कुछ करना नही चाहते!
आप नौकरी करना चाहते है..कमाना चाहते है, अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा और अच्छा जीवन देना चाहते है!
और इसी कारण आपकी हिम्मत नही होती इन बड़ी भ्रष्ट राजनतिक ताकतों से टक्कर लेने की!
पर एक "आम आदमी" अरविन्द केजरीवाल ले रहा है उनसे टक्कर... क्या आप उनका साथ भी नही देंगे?
खड़े भी नही होंगे उनके साथ?
उत्तर:-हाँ! मुझे इस देश के नेताओ पर विश्वास नही.......
प्रश्न:-क्या आप देश में हो रहे भ्रस्ताचार से परेशान है?
उत्तर:- हाँ!बहुत
प्रशन:-क्या आप इस व्यवस्था को बदलने के लिए करेंगे?
उत्तर:-नही! ये काम तो सरकार और नेताओ का है!
प्रश्न:- पर आपने तो कहा है आपको विश्वास नही नेताओ पर?
उत्तर:- और हम क आर भी क्या सकते है? इतनी बड़ी राजनितिक ताकतों के आगे हम है ही क्या?
आप वर्तमान राजनितिक व्यवस्था से परेशान है, देश में हो रहेभ्रष्टचार से भी प्रेषण है पर उसे बदलने के लिए कुछ करना नही चाहते!
आप नौकरी करना चाहते है..कमाना चाहते है, अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा और अच्छा जीवन देना चाहते है!
और इसी कारण आपकी हिम्मत नही होती इन बड़ी भ्रष्ट राजनतिक ताकतों से टक्कर लेने की!
पर एक "आम आदमी" अरविन्द केजरीवाल ले रहा है उनसे टक्कर... क्या आप उनका साथ भी नही देंगे?
खड़े भी नही होंगे उनके साथ?
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