CAG
chief Vinod Rai has been in news for his independent and transparent
tenure. There have been tensions between the dishonest govt and the
honest CAG chief for quite some time now. CAG chief taking a dig at the
govt. said "Auditors are not supposed to be the cheerleaders of the
government, democracy is an experiment in governance which succeeds and
fails on our own merit, those dealing with public money must be made to
sit in glass houses, where their every action is visible.
Our job is not only to audit govt. accounts, this has gone sea change
from the past 65 yrs, our work is also to make sure that the govt is
accountable to people financially as they are the ones who pay the
taxes. Our job is to bring out mistakes. Bureaucrats are not able to do a
commendable job which they are capable of under govt pressure"
CAG प्रमुख विनोद राय अपने स्वतंत्र और ईमानदार कार्यप्रणाली के लिए एक अरसे से चर्चा में बने रहे है !! बेईमान सरकार और ईमानदार कैग प्रमुख के बीच एक लम्बे वक़्त से तनातनी चल रही है !!
एक समारोह में उन्होंने अत्यंत दिलचस्प टिप्पणी करते हुए कहा कि "कैग सरकार की चीअर लीडर का काम नही कर सकती !! कोई भी संस्था जो जनता के पैसों के लें दें का हिसाब रखती है, उसे निष्पक्ष, ईमानदार, जवाबदेह और पारदर्शी होना चाहिए !! हम गंभीरता पूर्वक यह यकीन करते हैं कि हमारा काम केवल खर्चे ऑडिट करना नही है, 65 साल में अब काफी फर्क आ गया है !! हमारा काम ये देखना भी है कि सरकार वित्तीय रूप से जनता के प्रति जवाबदेह है, जो उसे टैक्स अदा करती है !! हमारा काम गलतियां ढूंढना है !! उन्होंने कहा कि आज कल देश की नौकरशाही सरकारी दवाब में उम्दा प्रदर्शन नही कर पा रही है !!
CAG प्रमुख विनोद राय अपने स्वतंत्र और ईमानदार कार्यप्रणाली के लिए एक अरसे से चर्चा में बने रहे है !! बेईमान सरकार और ईमानदार कैग प्रमुख के बीच एक लम्बे वक़्त से तनातनी चल रही है !!
एक समारोह में उन्होंने अत्यंत दिलचस्प टिप्पणी करते हुए कहा कि "कैग सरकार की चीअर लीडर का काम नही कर सकती !! कोई भी संस्था जो जनता के पैसों के लें दें का हिसाब रखती है, उसे निष्पक्ष, ईमानदार, जवाबदेह और पारदर्शी होना चाहिए !! हम गंभीरता पूर्वक यह यकीन करते हैं कि हमारा काम केवल खर्चे ऑडिट करना नही है, 65 साल में अब काफी फर्क आ गया है !! हमारा काम ये देखना भी है कि सरकार वित्तीय रूप से जनता के प्रति जवाबदेह है, जो उसे टैक्स अदा करती है !! हमारा काम गलतियां ढूंढना है !! उन्होंने कहा कि आज कल देश की नौकरशाही सरकारी दवाब में उम्दा प्रदर्शन नही कर पा रही है !!
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