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रविवार, 17 मार्च 2013

बलात्कर के खिलाफ जल्द लागू हो कानून:-AAP

दामिनी के बलात्कार ने देश में एक लहर पैदा की थी. लोग पहली बार किसी दूसरे की हक की लड़ाई लड़ने सड़कों पर उतरे. लाठी, आंसू गैस के गोले,जेल, सब सहन किया सिर्फ, और एक ही मांग करते रहे कि जल्द से जल्द ऐसा सख्त कानून लाया जाए जिसमे तत्काल गिरफ्तारी हो, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट हो जिसमे जल्द सुनवाई पूरी करके अपराधियों को सख्त से सख्त्त सज़ा मिल सके.

आज दामिनी को गए 3 महीने बीत गए, उसके बाद दिल्ली क्या पूरे देश में ताबड़तोड़ बलात्कार की वारदातें हुई, पर हमारी सरकार और कानून व्यवस्था वैसे ही जड़ बनी हुई हैं!

अब जब एंटी रेप कानून पर बात चल रही है, तो हमारे नेता इस बात पर उलझे हैं कि सहमती से सम्बन्ध बनाने की उम्र क्या होनी चाहिए. बलात्कार पर बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं, अभी सफदरजंग में एक लड़की ने दम तोडा है जिसने, बलात्कार के बाद खुद को आग लगा ली थी, बीती रात अमन विहार से एक लड़की को कार में खींच कर बलात्कार की कोशिश की गयी.

हालात इतने ख़राब हो चुके हैं,कि कोई लड़की सुरक्षित महसूस नही कर रही. ऐसे में किसी एक बात पर असहमति के चलते इतने महत्वपूर्ण कानून को अटकाए रखना बुद्धिमता नही हो सकती. ज़रुरत है जल्द से जल्द सख्त कानून लागू हो, और बाकी मुद्दों पर संशोधन होता रहे.
Photo: दामिनी के बलात्कार ने देश में एक लहर पैदा की थी. लोग पहली बार किसी दूसरे की हक की लड़ाई लड़ने सड़कों पर उतरे. लाठी, आंसू गैस के गोले,जेल, सब सहन किया सिर्फ, और एक ही मांग करते रहे कि जल्द से जल्द ऐसा सख्त कानून लाया जाए जिसमे तत्काल गिरफ्तारी हो, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट हो जिसमे जल्द सुनवाई पूरी करके अपराधियों को सख्त से सख्त्त सज़ा मिल सके. 

आज दामिनी को गए 3 महीने बीत गए, उसके बाद दिल्ली क्या पूरे देश में ताबड़तोड़ बलात्कार की वारदातें हुई, पर हमारी सरकार और कानून व्यवस्था वैसे ही जड़ बनी हुई हैं!

अब जब एंटी रेप कानून पर बात चल रही है, तो हमारे नेता इस बात पर उलझे हैं कि सहमती से सम्बन्ध बनाने की उम्र क्या होनी चाहिए. बलात्कार पर बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं, अभी सफदरजंग में एक लड़की ने दम तोडा है जिसने, बलात्कार के बाद खुद को आग लगा ली थी, बीती रात अमन विहार से एक लड़की को कार में खींच कर बलात्कार की कोशिश की गयी.

हालात इतने ख़राब हो चुके हैं,कि कोई लड़की सुरक्षित महसूस नही कर रही. ऐसे में किसी एक बात पर असहमति के चलते इतने महत्वपूर्ण कानून को अटकाए रखना बुद्धिमता नही हो सकती. ज़रुरत है जल्द से जल्द सख्त कानून लागू हो, और बाकी मुद्दों पर संशोधन होता रहे.

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