Some
days back, BJP-Delhi's supremo, Mr. Vijay Goyal started crying while
talking, to a media-person, about the rising electricity tariffs. He
said that he is terrified to see the sufferings of the common people.
But while shedding his crocodile tears, he did not answer one simple
question, that why even after having full knowledge of the corruption in
this power-tariff-hike process, BJP has not raised a single question
about this, in the State-Legislative Assembly till date?
Why have not the BJPians shed a tear drop of their tears in the Assembly?
Anyways.
We understand.
An Elephant has two set of teeth: one to show off, and the other to chew with.
||
अभी कुछ समय पहले ही दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष श्रीमान् विजय गोयल जी महाराज बिजली के बढ़े हुए दाम के मुद्दे को लेकर 'रो पड़े'| उनका कहना था कि जनता का दर्द उनसे देखा नहीं जाता है...पर विजय जी ने टीवी कैमरे के सामने अपने मगरमच्छ वाले आँसूं बहाते वक़्त इस प्रश्न का उत्तर क्यों नहीं दिया, कि तीन साल से बिजली-पानी विभाग में चल रहे घोटालों की जानकारी होने के बावजूद, बीजेपी ने विधानसभा में इस बारे में एक भी प्रश्न क्यों नहीं पूछा? आख़िर बीजेपी वालों के आँसूं विधानसभा में क्यूँ नहीं बहते हैं?
कोई बात नहीं...
हम समझ सकते हैं,
आखिर हाथी के दांत, खाने के और, व दिखाने के कुछ और होतें हैं!
Why have not the BJPians shed a tear drop of their tears in the Assembly?
Anyways.
We understand.
An Elephant has two set of teeth: one to show off, and the other to chew with.
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अभी कुछ समय पहले ही दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष श्रीमान् विजय गोयल जी महाराज बिजली के बढ़े हुए दाम के मुद्दे को लेकर 'रो पड़े'| उनका कहना था कि जनता का दर्द उनसे देखा नहीं जाता है...पर विजय जी ने टीवी कैमरे के सामने अपने मगरमच्छ वाले आँसूं बहाते वक़्त इस प्रश्न का उत्तर क्यों नहीं दिया, कि तीन साल से बिजली-पानी विभाग में चल रहे घोटालों की जानकारी होने के बावजूद, बीजेपी ने विधानसभा में इस बारे में एक भी प्रश्न क्यों नहीं पूछा? आख़िर बीजेपी वालों के आँसूं विधानसभा में क्यूँ नहीं बहते हैं?
कोई बात नहीं...
हम समझ सकते हैं,
आखिर हाथी के दांत, खाने के और, व दिखाने के कुछ और होतें हैं!
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