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गुरुवार, 8 नवंबर 2012

अब रेस में आम आदमी भी

Not one of them has even the courage to accept the Responsibility and has the Will of Leading India and declaring it in Public, but all their ignorant being-used supporters are ranting and shouting on behalf of them ?



आजकल फेसबुक पर बीजेपी और मोदी समर्थको की अंधभक्ति का एक और नमूना दिख रहा है. ये
उदंड अंधभक्त अपने नेता नरेन्द्र मोदी को राहुल गाँधी और मनमोहन सिंह के साथ एक झूठी सर्वे करा कर कौन बन
ेगा प्रधानमंत्री का खेल खेलने में लग गए हैं इसमें कांग्रेस और बीजेपी दोनों के समर्थक शामिल हैं वो ये बात भूल गए की अरविन्द केजरीवाल जी भी एक नेता है जो आम आदमी को प्रतिनिधित्व करते हैं. ये बीजेपी और मोदी के समर्थक जो सबसे ज्यादा इश झूठी प्रोपगंडा को फैला रहे हैं इनके पास बस एक ही बोल है बोलने के लिए नमो नमो और लगे रहते हैं हगुआ मोदी की चापलूसी करने में. मैं तो कहता हूँ खूब करो चापलूसी अगर नरेन्द्र मोदी ने
कभी भी आम आदमी की दिन प्रतिदिन के मुश्किलों के बारे में कुछ भी पॉजिटिव किया हो जैसे शिक्षा के छेत्र में स्वास्थ के छेत्र में गरीबी और भूख से मर रहे आम आदमी के लिए या फिर युवाओं के बेरोजगारी के विषय पर अगर इन्होने अपने स्तर से कुछ भी किया हो देशव्यापी ...लेकिन अफ़सोस नरेन्द्र मोदी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया वो तो मनमोहन से भी मौने व्यक्ति हैं और प्रधानमंत्री बनने का सपना पाल बैठें है चाहे इसके लिए वो आम आदमी का ही क्यों न गला घोंट दे. जो लोग नरेन्द्र मोदी को लोकप्रिय बनाने के लिए एक भ्रान्ति सेना का गठन करके झूठी प्रोपगंडा और बिकी मीडिया का सहारा लेकर ये जो भ्रम फैलाये है इश भ्रम को आम आदमी ने उतार फैंका है और साथ ही इनके असली चेहरे को पहचान लिया है प्रधानमंत्री वही बनेगा जो देश की भलाई और आम आदमी के साथ हो और आम आदमी का नेता अरविन्द केजरीवाल है अगर बीजेपी या कांग्रेस इश बात से इत्तेफाक नहीं रखती तो एक सर्वे करा ले क्योंकि मोदी, राहुल गाँधी या मनमोहन किसी को भी प्रधानमंत्री के रूप में देखना आम आदमी अपनी आत्महत्या के बराबर मानता है

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