अब कॉमनवेल्थ गेम्स(सीडब्ल्यूजी) में 1,000 करोड़ की टैक्स चोरी सामने आई
भाषा | Nov 4, 2012
नई दिल्ली।। सेंट्रल विजिलेंस कमिशन(सीवीसी) की जांच में कॉमनवेल्थ गेम्स(सीडब्ल्यूजी) से जुड़े कई प्रॉजेक्ट्स को अमली जामा पहनाने में सरकारी महकमों और निजी कंपनियों की ओर से 1,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के मामले सामने आए हैं।
सीवीसी की ओर से सीडब्ल्यूजी से जुड़े घोटाले की जांच के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट तथा दूसरी एजेंसियों के अधिकारियों को मिलाकर बनाए गए विशेष जांच प्लेटफॉर्म की मदद से इसका खुलासा हुआ है। विजिलेंस कमिशनर आर. श्रीकुमार के मुताबिक, इसमें 1,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गई है।
उन्होंने कहा कि सीवीसी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल सीडब्ल्यूजी के घोटालों में कर रहा है। इन खेलों के दौरान 9,000 पब्लिक फंड वाले प्रॉजेक्ट्स में 37 सरकारी और निजी कंपनियों ने 15,000 करोड़ रुपये की रकम खर्च की। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न एजेंसियों की जांच हुई। हर जांच और पूछताछ के अपने नतीजे हैं। कई एजेंसियों की इस जांच में एक खास बात यह रही कि घोटाले में कई पक्षों की ओर से बड़ी टैक्स चोरी की गई। इनमें से कई टैक्स, जैसे इनकम टैक्स, सर्विस टैक्स, वैल्यू एडेड टैक्स की सोर्स से ही कटौती की जानी थी। बहुपक्षीय प्लेटफॉर्म ने इसमें 1,000 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता लगाया है।
कमिश्नर ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों के मिलकर काम करने और इन टैक्स चोरी की पुष्टि करने के बाद संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करने से कर प्रशासन ने अब तक 100 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी का पता लगने के बाद उसकी वसूली की जा रही है और प्रशासन को उम्मीद है कि इसमें से ज्यादातर मामले को सुलझा लिया जाएगा।
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