Sandeep
Unnikrishnan (15 March 1977 – 28 November 2008) was a Major in the
Indian Army serving in the elite Special Action Group of the National
Security Guards (NSG), was killed in action while fighting terrorists in
the November 2008 Mumbai attacks.
Though he was honored with an Ashoka Chakra, the state and central government's insensitivity towards the martyr's family is very disturbing. It was shocking to see that no one from the Kerala
Government was present at the hero's funeral and later when Sandeep's father expressed anger over the issue, the CM of Kerala remarked that "had it not been for Major Sandeep Unnikrishnan, not even a dog would have visited his parents"!
Recently, in Feb 2011, his uncle who was deeply hurt by the way the government had been treating Sandeep's family, killed himself by self immolation, right outside Gate No. 4 of the Parliament House!
If Sandeep is still there, watching over us, do you think he will be
celebrating a 'Happy' Birthday?
संदीप उन्नीकृष्णन (15 मार्च 1977 - 28 नवम्बर 2008) भारतीय सेना में NSG की विशेष कार्यवाही समूह में कार्यरत थे, जो नवम्बर 2008 में मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हो गये थे.
भले ही उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया हो, पर शहीदों के परिवार की तरफ सरकार का रवैया निहायती निराशाजनक है. आश्चर्य की बात है की इस नायक अंतिम संस्कार पर केरल सरकार में से कोई भी नही मौजूद नही था, और जब उनके पिता ने इस मुद्दे पर जब अपना गुस्सा ज़ाहिर किया तो केरल के
मुख्यमंत्री ने इस पर टिप्पणी की थी कि ये तो संदीप उन्नीकृष्णन थे वरना कोई कुता भी उनके दरवाज़े पर नही आता.
हाल में ही फरवरी , 2011 में संदीप के परिवार के साथ सरकार के रवैये से दुखी होकर संदीप के चाचा ने संसद के गेट नम्बर 4 के सामने आत्मदाह कर लिया था.
अगर संदीप अब भी हमे देख रहे होंगे, तो क्या आपको लगता है कि वो जन्मदिन पर खुश होंगे ?
Though he was honored with an Ashoka Chakra, the state and central government's insensitivity towards the martyr's family is very disturbing. It was shocking to see that no one from the Kerala
Government was present at the hero's funeral and later when Sandeep's father expressed anger over the issue, the CM of Kerala remarked that "had it not been for Major Sandeep Unnikrishnan, not even a dog would have visited his parents"!
Recently, in Feb 2011, his uncle who was deeply hurt by the way the government had been treating Sandeep's family, killed himself by self immolation, right outside Gate No. 4 of the Parliament House!
If Sandeep is still there, watching over us, do you think he will be
celebrating a 'Happy' Birthday?
संदीप उन्नीकृष्णन (15 मार्च 1977 - 28 नवम्बर 2008) भारतीय सेना में NSG की विशेष कार्यवाही समूह में कार्यरत थे, जो नवम्बर 2008 में मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हो गये थे.
भले ही उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया हो, पर शहीदों के परिवार की तरफ सरकार का रवैया निहायती निराशाजनक है. आश्चर्य की बात है की इस नायक अंतिम संस्कार पर केरल सरकार में से कोई भी नही मौजूद नही था, और जब उनके पिता ने इस मुद्दे पर जब अपना गुस्सा ज़ाहिर किया तो केरल के
मुख्यमंत्री ने इस पर टिप्पणी की थी कि ये तो संदीप उन्नीकृष्णन थे वरना कोई कुता भी उनके दरवाज़े पर नही आता.
हाल में ही फरवरी , 2011 में संदीप के परिवार के साथ सरकार के रवैये से दुखी होकर संदीप के चाचा ने संसद के गेट नम्बर 4 के सामने आत्मदाह कर लिया था.
अगर संदीप अब भी हमे देख रहे होंगे, तो क्या आपको लगता है कि वो जन्मदिन पर खुश होंगे ?
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