इस सप्ताह बेतुकी बयानबाजी के कारण नेता खूब चर्चा में रहे। मानो, उनके बीच बेतुकी बातें कर सुर्खियों में बने रहने की होड़ लग गई थी।
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने रविवार को भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि स्वामी विवेकानंद और आतंकवादी दाऊद इब्राहिम का आईक्यू (बौद्धिक क्षमता) समान है। स्वामी विवेकानंद ने अपनी सोचने की क्षमता का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण के लिए किया। जबकि दाऊद ने जुर्म का रास्ता अपनाया। हालांकि बयान पर बवाल बढ़ता देख गडकरी ने सफाई देने की कोशिश की कि उन्होंने विवेकानंद और दाऊद की तुलना नहीं की थी। उन्होंने कहा कि मीडिया ने उनके विचारों को गलत तरह से पेश किया है।
महिला आयोग की नजर में नरेंद्र मोदी बंदर
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा बरखा सिंह की नजर में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी बंदर हैं। बरखा सिंह ने मोदी द्वारा शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर की गई टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए उन्हें शायरी के जरिए बंदर कहा है।
शौकिया कवि बरखा ने मोदी की आलोचना करते हुए गुरुवार को प्रेसवार्ता में एक शायरी सुनाई जिसकी पंक्ति थी, ''नफरतें पालना दुर्भाग्य रहा हो जिसका, वो किसी रिश्ते की अज्मत कहां पहचानता है, प्यार को पैसे में तौलने वाले से कहा, कोई बंदर अदरक का मजा जानता है..''
गडकरी ने भोपाल में कहा कि विवेकानंद जी और दाऊद, दोनों का आईक्यू एक जैसा
भ्रष्टाचार के आरोपों और विवादों से घिरे बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ पार्टी के भीतर ही बगावत शुरू हो गई है। सीनियर वकील और बीजेपी नेता महेश जेठमलानी ने गडकरी को निशाने पर लेते हुए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया है। गडकरी के खिलाफ हाल में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से महेश ने इस्तीफा दिया है। महेश जेठमलानी ने गडकरी से कहा था कि यदि वो अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी छोड़ देंगे। जेठमलानी का कहना है कि जब तक गडकरी पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे तब तक उनका राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बने रहना नैतिक और बौद्धिक तौर पर सही नहीं होगा। गौरतलब है कि महेश के पिता एवं सीनियर वकील राम जेठमलानी भी गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। ऐसे में गडकरी की बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है।
केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भाजपा अध्यक्ष के आईक्यू को कसाब के स्तर का बताया है। तिवारी ने कहा कि गडकरी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। मनीष तिवारी का कहना है कि यदि हम गडकरी के आईक्यू को कसाब से तुलना करें तो क्या होगा ?
गडकरी ने स्वामी विवेकानंद स्वामी के आईक्यू को आतंकी दाऊद इब्राहिम के स्तर का बताया था। हालांकि, गडकरी अब कह रहे हैं कि उनके बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। महेश जेठमलानी ने कहा है कि वह गडकरी की सफाई से संतुष्ट नहीं हैं। अपने व्यवसाय को लेकर आरोपों से घिरे गडकरी ने स्वामी विवेकानंद की तुलना कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम से की है। गडकरी ने भोपाल में कहा कि विवेकानंद जी और दाऊद, दोनों का आईक्यू एक जैसा था। लेकिन एक ने देश की सेवा के लिए इसका उपयोग किया तो दूसरे ने आतंक के लिए।
बोल पड़े दिग्गी भी, भाजपा अब दाऊद यात्राएं निकाले
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के विवादित बयान पर बवाल मच गया है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भाजपा को सलाह दी है कि वह अब दाऊद इब्राहिम यात्रा निकाले। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने सवाल उठाया है कि कहीं गडकरी के तार दाउद के साथ तो नहीं जुड़े। वहीं नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने गडकरी से माफी मांगने को कहा है।
रविवार को राजधानी के एक कार्यक्रम में गडकरी ने स्वामी विवेकानंद की तुलना दाऊद इब्राहिम से कर दी थी। सोमवार शाम को गुना से कुछ देर के लिए भोपाल आए दिग्विजय सिंह ने कहा -मुझे गडकरी के विचारों पर दया आती है। गडकरी संघ के नुमांइदे हैं, यदि संघ की विचारधारा वही है जो गडकरी ने कहा है तो संघ को स्पष्टीकरण देना चाहिए। अभी भाजपा ने विवेकानंद संदेश यात्राएं निकाली थीं। अब भाजपा को दाऊद इब्राहिम यात्राएं निकालना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने एक बयान में कहा कि विवादास्पद चरित्र वाले गडकरी के दाउद प्रेम से आशंका होती है कि कहीं उनके तार दाऊद से जुड़े हुए तो नहीं हैं। जांच एजेंसियों को इस बिंदु पर भी जांच करना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि गडकरी चाहे किसी भी तस्कर या आतंकवादी से संबंध रखें लेकिन हमारे महापुरुषों की तुलना ऐसे लोगों से नहीं करें और अपने बयान के लिए माफी मांगें।
सीएम के यहां छापा मारो हजारों करोड़ मिलेगा : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री के यहां छापा मारने पर हजारों करोड़ और मंत्रियों के यहां सैकड़ों करोड़ रुपए मिलेंगे। लोकायुक्त के हाल के छापे में डीआईजी जेल उमेश गांधी के यहां 25 करोड़ मिलने पर दिग्विजय ने यह प्रतिक्रिया दी। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सात साल से तेंदुपत्ता बोनस नहीं बंटा। शहर में रहने वाला विधायक तेंदुपत्ता बोनस बांटने वाले संघ का अध्यक्ष है।
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