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शुक्रवार, 26 अक्तूबर 2012

केजरीवाल से प्रश्न करे... पर खुद भी कुछ करें.




केजरीवाल जी को "क्या नही" करना चाहिये की नसीहत देने की बजाय "क्या करना चाहिये" पर बात की होती तो उनके लिये और हम सब के लिये बेहतर होता ....दरअसल ए हिन्दुस्तानी मानव का स्वभाव है कि उसे सामने वाला हर बार की पर्फॉर्मेन्स हर बर 100 % पररफेक्षन के साथ दिखनी चाहिये ....जितने लोग यहा केजरीवाल के खिलाफ कलम घिस कर ब्ला ब्ला कर रहे है उनसे एक विनम्र निवेदन है कि किसी भी सरकारी ऑफीस से कोई छोटी सी जानकारी व

ाला कागज का मात्र एक टुकड़ा भी अपने दम पर लाकर सार्वजनिक करने की हिम्मत दिखाये ....गडकरी साहब पर केजरीवाल की चोट मे "वो मज़ा" नही आया और उनकी धार कुण्ड हो गयी ....कहने वाले ए भूल रहे है कि आर टी आई को लागू करवाने, जनलोकपाल को संसद तक पहुंचाने, वाड्रा साहब की दी एल एफ के साथ प्रॉप्टी डील केन्सल होने, खुर्शीद साहब के ट्रस्ट द्वारा विकलांगो का पैसा हड़पने जैसे मुद्दो पर भरपूर सफलता के बीच अगर एकाध वार उतना सटीक नही बैठा (वार खाली भी नही गया और बी जे पी व कॉंग्रेस के "दोस्ताना" रिश्ते सामने भी आये) तो मित्रो जल्दी से अपने उस अवतार का नाम बताइये जिसके तरीको और खुद जिसको आप देश की सड चुकी व्यवस्था को सुधारने लायक सही मानते हो... "सिर्फ एक नाम" ....कभी दिल पर हाथ रख कर खुद से भी ए सवाल जरूर करना कि भ्रष्ट व्यवस्था सुधारने के बेहद छोटे स्तर पर ही सही , मगर खुद आपने कौन सा योगदान दिया है ....हो सकता है केजरीवाल भी पाक सॉफ ना निकले मगर अभी तक भ्रष्टाचारी जैसा भी तो साबित नही हुआ है इसलिये उसकी राह मे रोड़े तो मत अटकाओ (या खुद उससे बेहतर कुछ करो) ....कष्ट के लिये क्षमा.

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