लंदन. ब्रिटिश सरकार में शामिल भारतीय मूल के एकमात्र सदस्य शैलेश वारा को प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने फेरबदल में बाहर कर दिया है। इस फैसले से ब्रिटेन में रह रहे भारतीय समुदाय को जोरदार झटका लगा है।
स्थानीय भारतवंशियों ने फेरबदल में वारा को पदोन्नति दी जाने की उम्मीद लगा रखी थी। 2010 में कैम्ब्रिज संसदीय सीट से बहुमत के साथ हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए पुनर्निर्वाचित हुए वारा पेशे से वकील रह चुके हैं।
गौरतलब है कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों की संख्या करीब 20 लाख है और वे बड़े जातीय अल्पसंख्यक समूह हैं। इतना ही नहीं भारतीय मूल के चार कंजरवेटिव सांसद होने के बावजूद सरकार में प्रतिनिधित्व मिलने से भारतवंशियों में मायूसी है।
स्थानीय भारतवंशियों ने फेरबदल में वारा को पदोन्नति दी जाने की उम्मीद लगा रखी थी। 2010 में कैम्ब्रिज संसदीय सीट से बहुमत के साथ हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए पुनर्निर्वाचित हुए वारा पेशे से वकील रह चुके हैं।
गौरतलब है कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों की संख्या करीब 20 लाख है और वे बड़े जातीय अल्पसंख्यक समूह हैं। इतना ही नहीं भारतीय मूल के चार कंजरवेटिव सांसद होने के बावजूद सरकार में प्रतिनिधित्व मिलने से भारतवंशियों में मायूसी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें