देश के साथ क्यों मजाक करते हो प्रधानमंत्री जी,
जब पैसा पेड़ो पर नहीं उगता है, तो क्यों हजारो करोड़ो के घोटाले करते/ करवाते हो , इन घोटालो को दबाने के लिए क्यों देश में FDI ला रहे हो, आपकी ख़ामोशी में कूट कूट कर देश के कर्मयोगी इमानदार लोगो
का खून चूसकर भ्रष्टाचार करने की चुप्पी मोजूद है, हकीकत तो यही है की देश की जनता पर आपको विश्वास नहीं है और आपका विश्वास भी हिंदुस्तान की जनता के सर से अब उठ चुका है । आपके भाषण में देश में हुए घोटाले की बू साफ नजर आ रही थी ।
सत्यता यही है कि इतना सब कुछ देश के साथ धोखा हो जाने पर भी यदि अभी भी आप देश के प्रधानमंत्री रहे तो कांग्रेस का नामोनिशान भी देश की जनता मिटा देगी । जो पार्टी आपका साथ देगी उनका भी अंत निश्चित है ।
यही देश का लोकतंत्र है जिसने देश को लूटा वो बोरिया बिस्तर बांध कर घर बेठा है ।
जब पैसा पेड़ो पर नहीं उगता है, तो क्यों हजारो करोड़ो के घोटाले करते/ करवाते हो , इन घोटालो को दबाने के लिए क्यों देश में FDI ला रहे हो, आपकी ख़ामोशी में कूट कूट कर देश के कर्मयोगी इमानदार लोगो
का खून चूसकर भ्रष्टाचार करने की चुप्पी मोजूद है, हकीकत तो यही है की देश की जनता पर आपको विश्वास नहीं है और आपका विश्वास भी हिंदुस्तान की जनता के सर से अब उठ चुका है । आपके भाषण में देश में हुए घोटाले की बू साफ नजर आ रही थी ।
सत्यता यही है कि इतना सब कुछ देश के साथ धोखा हो जाने पर भी यदि अभी भी आप देश के प्रधानमंत्री रहे तो कांग्रेस का नामोनिशान भी देश की जनता मिटा देगी । जो पार्टी आपका साथ देगी उनका भी अंत निश्चित है ।
यही देश का लोकतंत्र है जिसने देश को लूटा वो बोरिया बिस्तर बांध कर घर बेठा है ।
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