Translet

गुरुवार, 7 मार्च 2013

Poorest C.M. Of India:- Manik Sarkar

वो 482 वर्ग फुट मकान के दो छोटे कमरों रहते हैं। यह मकान तब पूरा हुआ जब पत्नी सरकारी नौकरी से रिटायर हुईं और उन्हें सेवा लाभ मिला। वो हर महीने पार्टी से 5000 की सैलरी पाते हैं। अपनी कार नहीं है और न मोबाइल है। वो सुबह पैदल अगरतला में सचिवालय जाते हैं और शाम को सड़कों पर अपनी पत्नी के साथ रिक्शे पर बाजार निकलते हैं। यह किसी निम्न मध्यम वर्ग के संघर्षशील व्यक्ति की रिटायरमेंट के बाद की कहानी नहीं है। यह कहानी है 64 साल के मानिक सरकार की। मानिक सरकार जिन्होंने गुरुवार को लगातार चौथी बार त्रिपुरा में जीत हासिल की और अब वे देश के सबसे लंबे समय तक रहने वाले सीएम बनकर अपनी ही पार्टी सीपीएम के ज्योति बसु का 21 साल का रेकॉर्ड तोड़ सकते हैं। 


ऐसे वक्त में, जब एक रिपोर्ट के अनुसार देश में 75 फीसदी एमएलए करोड़पति हैं, उसमें मानिक सरकार की सादगी अंधेरे में रोशनी की उम्मीद की तरह है। पॉलिटिक्स में अभी भी ऐसे लोग हैं और वो जनता भी है जो भले इंसानों का साथ देती है। ऐसे वक्त में जब कई नेताओं और उनकी अकूत संपत्ति और भड़काऊ जीवन शैली खबरों की सुर्खियां बनती है, मानिक सरकार का कहानी हमें हताशा के दौर में उम्मीद बंधाती है।
बैंक बैलेंस नहीं, प्यार से भरा खजाना
तीन टर्म लगातार जीतने वाले मानिक सरकार ने कभी बैंक बैलेंस की चिंता नहीं की। चुनाव से पहले जमा एफिडेविट के अनुसार उनकी कुल प्रॉपर्टी 10 हजार रुपये है। वो सरकार से मिलने वाली हर महीने की सैलरी पार्टी फंड में दे देते हैं और इसके बदले वे अपना खर्च चलाने के लिए पार्टी से 5 हजार हर महीने लेते हैं। बाकी का खर्चा पत्नी के पेंशन से चलता है। बतौर सीएम जब वे कार पर चढ़ते हैं तो लोगों को उनके काफिले से परेशानी नहीं होती है। कार पर लाल बत्ती नहीं है और उन्हें टै्रफिक को डिस्टर्ब करना पसंद नहीं। अपने बारे में कहते हैं, लोगों से मिलने वाले प्यार का बैंक बैलेंस कम होने लगेगा, तो समझेंगे कि गरीबी उन पर आ रही है। वरना वे खुद को सबसे समृद्ध लोेगों में मानते हैं। कपड़ा पति-पत्नी साथ धोते हैं। 1998 से वे त्रिपुरा के सीएम हैं और आज तक विपक्ष ने भी उन पर करप्शन का एक आरोप भी नहीं लगाया। उनकी वापसी पर संसद में कांग्रेस और बीजेपी के बड़े नेता भी संतोष जता रहे थे। उन्हें लगता था कि कहीं कोई तो है, जिन्हें वे राजनीति और नेताओं को कोसने वालों के सामने आदर्श के तौर पेश कर सकते हैं।

1 टिप्पणी: