Translet

शनिवार, 2 मार्च 2013

प्रश्न:-Aap के बनने से बीजेपी के वोट काटेंगे और कांग्रेस को फायदा होगा

उत्तर:- वैसे इस प्रश्न के ३ भाग है, हम तीनो पर बात करेंगे.
१) कांग्रेस को फायदा होगा, अरविन्द जी कांग्रेस के एजेंट है (बोलने वाले पर हंसी आती है):- पिछले २ सालों के अन्दर कौन सी पार्टी देश में सबसे नफरत की जाने वाली पार्टी बन गयी है? "कांग्रेस".
और ये हुवा है अन्ना जी और अरविन्द जी के अनशन और खुलासों के कारण. बीजेपी ने ना तो आन्दोलन किया ना कुछ खुलासे ना वो कोर्ट गए. तो कांग्रेस को जो भरी नुकसान होने वाला है अगले चुनावों में वो अरविन्द जी की बदोलत ही है. नहीं तो अभी कांग्रेस वापस जीतने की इस्तिथि में होती और बीजेपी सोती रहती हमेशा की तरह.

२) बीजेपी के वोट काटेंगे:- वैसे ये वोट बीजेपी के कब से हो गए? वोट तो जनता के होते है और वो तय करती है किसे देना है किसे नहीं. वैसे वोट तो काटेंगे, पर वोट तो सारी पार्टियों के कटेगे. AAP को समर्थन जो लोग आज कर रहे है उन में से कई कांग्रेस समर्थक थे, तो कई बीजेपी, BSP, SP और अन्य पार्टियों के समर्थक थे.
बीजेपी के ये समर्थक तो इस तरह से बोल रहे है जैसे जनता के वोट पर इन का ही हक है बस, और ये लोग तय करेंगे की जनता कहाँ वोट देगी?? बीजेपी वालों की ये सोच इन की वोट बैंक की राजनीती की मानसिकता को दर्शाता है. इन के लिए आम आदमी बस एक वोट बैंक है, जो किसी भी तरह इन को मिलजाना चाहिए और अगर वो कहीं और अच्छी जगह जाये तो इन्हें परेशानी होती है.
अरे वोट लोगों का खुद का होता है और वो खुद अपनी समझ से अपने लिए जो सही होगा उस को वोट देंगे.
३) बीजेपी चुनाव हारेगी:- वो तो बिलकुल हारेगी, बीजेपी कांग्रेस भाई भाई है. क्या अंतर है दोनों में? तो जब एक बहतर विकल्प है जनता के पास तो जनता उस को ही चुनेगी. वैसे अभी हाल ही में बीजेपी २ राज्यों में चुनाव हारी और UP में कुछ खास नहीं कर पाई. इन तीनो राज्यों में न तो AAP ने चुनाव लड़ा न ही अरविन्द जी ने प्रचार किया, फिर क्यों हार गयी बीजेपी? "अपने बुरे कर्मो की वजह से ही शायद." जो भी इन्सान देश को भ्रस्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, अपराध मुक्त देखना चाहता है और इस देश में एक अच्छी राजनीती चाहता है वो AAP को ही वोट देगा.
बीजेपी वालो ने सोचा था की अन्ना और अरविन्द के आन्दोलन से इन को बैठे बिठाए फायदा मिल्जेगा, और अब वैसा होते हुवे नहीं दिख रहा है तो ये रोने लगे है और "अरविन्द हाय हाय" चिल्ला रहे है बस.
 We Want Arvind Kejriwal As India Pm (आप समर्थित पेज)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें