Translet

बुधवार, 13 फ़रवरी 2013

ये है कश्मीर..

मित्रों !!!

आज कल हर जगह अफ़जल के चर्चे हो रहे .. कोई उसे शहीद बताने पर तुला है तो कोई उसके पक्ष में भूख हडताल कर रहा । हर तरह के कट्टरपंथी अफ़जल को काश्मीर से , धर्म विशेष से जोड कर अलगाव फ़ैलाने की ताक में हैं । अफ़जल क्या था क्या नहीं ? उसए क्या किया कैसे किया क्यों किया ? इस सब पर बहुत चर्चायें होती रही हैं और होंगी भी ...पर अफ़जल के तथाकथित हितैषियों से लेकर राजनीति में से किसी को भी अफ़जल की चिंता नहीं थी उनकी चिंता बस उसे इस्तेमाल करने की थी । जिसे सभी ने किया ...

खैर अब आगे बढते हैं .. जम्मू काश्मीर के आल राउंडर परवेज रसूल एक आफ़ स्पिनर और बल्लेबाज है । आस्ट्रेलिया से चल रहे अभ्यास मैच में इन्होने 7 विकेट लेकर आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजी क्रम को तहस नहस कर दिया । पर बात अक्टूबर 2009 की बात है रसूल व इनके साथी को किट बैग में विष्फ़ोटक होने के शक में पूंछतांछ के लिये बुलाया जाता है । एक क्षेत्र विशेष से जुडी होने के कारण इसे राष्ट्रीय खबर बना दिया जाता है । ऐसी घटनायें किसी भी व्यक्ति का मनोबल गिरा सकती हैं उसके अंदर अलगाव की भावना को जन्म दे सकती हैं पर उस घटना के बाद भी शानदार क्रिकेट खेलते परवेज रसूल और उनका भारत के लिये खेलने का सपना रखना दिल को बहुत सकून देने वाला है । भारत की जनता को समझना चाहिये कि अफ़जल , यासीन मलिक नहीं बल्कि परवेज , डा. सेहरिश असगर ( पहली काश्मीरी महिला IAS ) ही काश्मीर का असली चेहरा है जिन पर पूरे भारत को नाज है ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें