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मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

क्या अरविन्द चाहते थे अन्ना जी मर जाये

एक सच्चे , ईमानदार , और भ्रष्ट तंतर को ख़तम करने वाले आन्दोलन को ख़तम करने के लिए , कुछ लोग कहने लगे हैं ,'अरविन्द चाहते थे अन्ना जी मर जाये ', ये सब क्यों और किसके इशारे पर कहा जा रहा है ,हम सब जानते हैं ,


आन्दोलन को याद कर देशभक्तो के जनून को याद करो , अन्ना आन्दोलन का पल पल याद करो , हजारो पत्रकार थे हर पल Live चला था ये आन्दोलन , क्युकी इस में सचाई थी लोगो का गुस्सा था और अन्ना की जिद थी देश को करप्शन मुक्त करने की , अन्ना के पास होंसला था क्युकी अन्ना पहले भी अपने दम पर महाराष्टर के मंत्रियो की छुटी करा चुके थे , अन्ना का आन्दोलन वो आन्दोलन था जिस का लोहा दुनिया ने माना , आज इस आन्दोलन पर कुछ लोग सवाल उठाने लगे वो भी 2 साल बाद जब अरविन्द ने अकेले अपनी सचाई के दम पर सभी करप्ट पार्टी की नाक में दम कर रखा है , जब ये पार्टी सब कुछ करके अरविन्द को ना रोक सकी तो अब ऐसी बाते फैलाना शुरू कर दिया जिन पर जनता कभी विश्वास नहीं करेगी क्युकी ये आन्दोलन पुरे देश ने अपनी आँखों से देखा है ,

कुछ ऐसे लोग हैं जो चाहते हैं जो हमने देखा उसे सच ना माने ,जो वो कह रहे हैं उसे हम सच माने ,

अन्ना आज भी जिन्दा हैं , किरण बेदी आज भी जिन्दा है , जो आज अरविन्द से अलग होकर देश के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं , ये तो कुछ बोल नहीं रहे ,

जिनकी सचाई से पहले ही पर्दा उठ चूका है , वो झूठे लोग बोल रहे हैं कि " अरविन्द चाहते थे की अन्ना जी मर जाये ..."

संदीप गर्ग

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