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शनिवार, 1 दिसंबर 2012

आम आदमी समर्थित पेजों पर गाली-गलोच

हांजी ये एक सत्य है जितने भी "आम आदमी पार्टी" समर्थित पेज फेस बुक पर बने है वंहा पुरे दिन हरेक पोस्ट पर बिना ये देखे की पोस्ट पर क्या लिखा है सभी खास आदमी (नेताओ के चमचे) गालिया लिख लिख कर जाते है शायद उन्हें इस से एक मानसिक सकूं मिलता है... खेर.. वो अपना काम करे और हम अपना..
पुरे दिन "आम आदमी पार्टी" समर्थित पेजों में गालिया लिख कर आने वाले नेताओ के चमचो के लिए एक आम आदमी द्वारा:-

मुझे मेरी काबिलियत पर शक कराने वालो,
पहले अपनी बुनियाद की गहराई तो जांच लो!
अपनी इमारत जो तुमने पैत्रक नीव पर खड़ी की है,
उसकी गारंटी के कागज तो जांच लो!
वो पुरानी ईंटे कब तक तेरा वजन DHO पाएंगी
जिस दिन तूने अहम का पैर भारी किया...
उस दिन वो DEH जायेंगी!
मुझे छोटे बड़े का पाठ पड़ाने वालो, 
पहले अपने स्कूली बस्ते की किताबे तो छान लो!

"आर्यन कोठियाल"{एक आम आदमी}

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