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रविवार, 28 अक्तूबर 2012

भारत की महाभारत




लहू से खेलने की बात खुले आम मीडिया के सामने बोलने वाले और गुंडों की तरह धमकी देने वाले खुर्शीद का प्रोमोशन कर के उन्हें विदेश मंत्री बना दिया जाता है। महाभारत में हुए चीरहरण की पुनरावृती हो रही है। भ्रष्ट राजनेता दुशासन की तरह भारत माता का चीर हरण कर रहे है। खुर्शीद जैसे अहंकारी दुर्योधन असभ्य भाषा बोल रहे है। धृतराष्ट्र तो केवल अँधा था हमारे प्रधान मंत्री तो अंधे, गूंगे एवं बहरे भी है। प्रणव मुखर्जी, अडवानी इत्यादि भीष्म द्रोणाचार्य की तरह मौन बैठे है। अरविन्द केजरीवाल कृष्ण की तरह भारत माँ की लाज बचाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन इस कृष्ण के पास सुदर्शन के रूप में केवल देश की जनता का साथ है। 
देश के लिए जरुरी है की अरविंद केजरीवाल जैसे लोग सुरक्षित रहे और हमारी हिम्मत बढ़ाते रहे। अरविन्द केजरीवाल किसी भी प्रकार की सुरक्षा लेने के विरुध है। इस पत्र के जरिये हम उन्हें निवेदन कर रहे है की अब वे केवल अरविन्द केजरीवाल नहीं बल्कि देश के करोडो लोगो की निर्भीक आवाज है। इस आवाज को ऐसी असंवेंदंशील सरकार से सुरक्षित रखना जरुरी है

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