एक शातिर युवक ने अलग अलग अंदाज में दिल्ली के पांच लोगों से तकरीबन एक करोड़ की रकम ऐंठ ली. उसने किसी के बेटे को फिल्मों में काम दिलाने का भरोसा दिलाया तो किसी को गैस एजेंसी और सरकारी नौकरी लगवाने के बहाने अपने जाल में फंसा लिया. हालांकि, वह किसी का भी काम नहीं करा सका.
बाद में अनदेखी किये जाने पर इन लोगों को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हो गया. इस बारे में मिली शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विजय विहार थाने में केस दर्ज कर लिया है. जांच के दौरान पता चला है कि यह शातिर ऐसे ही धोखाधड़ी के एक मामले में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार हो चुका है.
जानकारी के मुताबिक बुद्ध विहार फेस वन में विनोद पाठक परिवार के साथ रहते हैं. गत वर्ष फरवरी में उनकी किसी दोस्त के जरिये एक युवक से मुलाकात हुई थी. उसने अपनी पहचान विजय कुमार द्विवेदी के तौर पर दी थी. वह खुद को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन द्विवेदी का भतीजा बताया था. विनोद के एक दोस्त की राशन की दुकान पिछले कई सालों से बंद पड़ी थी.
उन्होंने यह बात विजय को बतायी जिसने दुकान को पुन: चालू कराने का आासन दिया. कुछ दिन बाद विजय ने विनोद को कॉल कर बताया कि दुकान की फाइल में थोड़ी कमी है, वह उसे शुरू करवा देगा. उसने कहा कि इस बारे में अंकल ने फूड एंड सप्लाई कमिश्नर से भी बात की है. यह काम कराने के एवज में छह लाख रुपये की मांग की गई.
आधी रकम एडवांस और बाकी काम पूरा हो जाने के बाद. उसे डेढ़ लाख रुपये दे दिए गए. यह काम अभी पूरा भी नहीं हुआ था कि विजय ने अपना दूसरा पासा फेंक दिया. विजय ने कहा कि डीडीए में कलर्क व चपरासी पद पर वीआईपी कोटे से भर्तियां हो रही हैं. इस पर दो लोगों की नौकरी लगवाने का नाम सुझाया गया, जिनसे प्रति के हिसाब से तीन लाख रुपये ऐंठे गए.
इस बीच शातिर ने विनोद की बहन को एक कॉलेज में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी की मदद से नौकरी दिलवाने का वादा किया था. उसकी नौकरी लग भी गई जिस वजह से युवक के प्रति विनोद का विास पहले से ज्यादा बढ़ गया. हालांकि, बाद में उन्हें पता चला कि यह नौकरी किसी की सिफारिश से नहीं बल्कि युवती की अपनी मेहनत से मिली है.
इस सम्बंध में विनोद ने बताया कि कुल पांच लोगों से इस शातिर ने करीब एक करोड़ रुपये ऐंठे हैं. ठगे गए लोगों में विजय शर्मा, नत्थू लाल, नरेन्द्र भारद्वाज व धीरज गुप्ता भी शामिल हैं. इनमें नत्थूलाल का बेटा गाने लिखने का काम करता है. बकायदा, उसे तो यह जालसाज दो माह तक अपने साथ लेकर मुंबई में रहा.
विजय ने मुंबई में खुद को जर्नादन द्विवेदी का बेटा बता गोविंदा, एकता कपूर, श्वेता तिवारी आदि को बताया कि वह भी बॉलीवुड में काम करना चाहता है. ये सभी लोग भी उसकी बातों में आ गए थे. विनोद पाठक ने बताया कि इस युवक के सम्बंध कई सीनियर आइएस अफसरों से हैं, जिनसे काम कराने के चक्कर में वह उनसे मिलवा भी चुका था.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें