
भोपाल जेल में बंद जनान्दोलान्कारी तथा किसान नेता डा सुनीलम ने जेल में एक
कैदी को जेल पुलिस द्वारा पिटाई कर अधमरा कर देने के विरोध तथा बिचाराधीन
कैदियों के मानवाधिकारों के सवाल को लेकर विगत 23 नवम्बर से जेल में उपवास
पर हैं। आज उनके उपवास का पांचवा दिन है। इस बीच डा सुनीलम को जेल में
हत्या और "सबक सिखाने" की धमकी भी मिल रही है। जेल में डा सुनीलम से मिलकर
लौटे मानवाधिकार संगठनों के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से
मांग की है की इस मामले में तुरंत दखल दे और जेल तथा मध्य प्रदेश शासन पर
दबाव बनाये की डा सुनीलम और उनके साथियों तथा अन्य बिचाराधीन कैदियों के
साथ कोई अन्याय न होने पाए। लखनऊ से मानवाधिकार कार्यकर्ता संदीप पाण्डेय
सहित युवा संवाद के संपादक डा ऐ के अरुण, पी यू सी एल के रास्ट्रीय सचिव
चितरंजन सिंह, कविता श्रीवास्तव व अन्य बुद्धिजीवियों / सामाजिक
कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से मांग की है कि जेल में डा
सुनीलम और उनके साथियों के सुरक्षा एवं मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित
कराई जाये।
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