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शुक्रवार, 22 मार्च 2013

मूकदर्शक ना बने अरविन्द का साथ दें..

सरकार को तानाशाह बनने से रोकना हमारा अधिकार भी है और कर्तव्य भी! लोकतंत्र का अर्थ मूकदर्शक बनकर सहन करना नही है, बल्कि गलत के खिलाफ अहिंसक तरीके से आवाज़ उठाना है!
शीला दिक्षित और बिजली कम्पनियों द्वारा दिल्ली की जनता पर जिस तरह से मनमाने बिजली पानी के दाम थोपे गए हैं, उनके विरुद्ध आम जनता आवाज़ उठाने से कतरा रही है!
जनता के मन के डर को जड़ से ख़त्म करने के लिए अरविन्द केजरीवाल के उपवास को, सिर्फ ज़मीन पर नही, फेसबुक पर भी अपना समर्थन दें! सविनय अवज्ञा में भाग लेने के लिए क्लिक करें: www.aamaadmiparty.org/Civil_Disobedience.aspx

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It is not only our right but even our duty to stop the government from becoming dictatorial. Democracy doesn't mean that we suffer at the hands of the govt. by being mute spectators but it is to raise voice against the injustice.
Delhiites are afraid to raise voice against the unjustified, hiked electricity bills which are the consequence of collusion between power companies and Shiela Dixit.
To drive away this fear, give support to Arvind Kejriwal not only on ground but even on social media sites like Facebook.
To join Civil Disobedience click on: www.aamaadmiparty.org/Civil_Disobedience.aspx
 

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