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बुधवार, 20 फ़रवरी 2013

कोरी बकवास हैं केजरीवाल पर लगाए गए आरोपः अन्ना हजारे

स्वामी अग्निवेश के खुलासे को अन्ना हजारे ने कोरी बकवास करार दिया है। दिल्ली आए अन्ना हजारे ने दैनिकभास्कर डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा है कि अरविंद के बारे में जो कहा जा रहा है वह ठीक नहीं है। लोग सनसनीखेज बातें करने के लिए ऐसा कह रहे हैं। जो लोग इतनी बड़ी बात कह रहे हैं उन्हें हवा में बातें करने के बजाए ठोस सबूतों के साथ ऐसी बातें करनी चाहिए।

अन्ना ने कहा कि अरविंद केजरीवाल भी पक्ष और पार्टी के रास्ते पर चले गए। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जिसमें पक्ष और पार्टी न हो बल्कि आदर्श लोग संसद के लिए चुने जाएं। यदि अरविंद ने पार्टी न बनाई होती तो वह मेरी नजर में एक आदर्श उम्मीदवार होते। अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि उन्हें लगता नहीं कि सरकार सशक्त लोकपाल बिल पारित करेगी। अन्ना बुधवार को उत्तर प्रदेश के उन्नाव में चुनावी सभा करेंगे। अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि मुझे जान जाने की परवाह नहीं है। यदि यह सरकार लोकपाल बिल नहीं लाई तो मैं अगली सरकार के कार्यकाल में भी मजबूत लोकपाल के लिए आमरण अनशन पर बैठूंगा। वहीं अरविंद केजरीवाल ने भी दैनिक भास्कर डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि कुछ लोग सिर्फ सनसनी के लिए कुछ भी कह दे रहे हैं। अन्ना हजारे की जान से खेलने के बारे में सोचना ही पाप है। अन्ना की एक जान पर मेरे सौ जीवन कुर्बान है। मेरी राजनीतिक पार्टी भी एक आंदोलन ही है। बस हमने चुनावों का रास्ता चुना है। केजरीवाल ने कहा, 'कोई इस बात कल्पना कैसे कर सकता है कि मैं अन्ना को मारना चाहता था। क्या इस देश में कोई भी किसी भी प्रकार के आरोप लगा सकता है? अगर आरोप लगाए हैं तो इसके सबूत कहां हैं? हम जब आरोप लगाते हैं तो उसके समर्थन में सबूत पेश करते हैं। क्या अग्निवेश ने मेरे बयान के संबंध में कोई सबूत पेश किया? यह पूरी तरह से बेबुनियाद और बेतुका आरोप है।'

केजरीवाल यहीं तक नहीं रुके, उन्‍होंने कहा, 'अगर मान लिया जाए कि मैंने ऐसा कहा था तो अग्निवेश दो साल से चुप क्यों थे? अगर मैंने ऐसा बयान दिया था तो उन्हें पहले ही मीडिया के सामने आकर बताना चाहिये था कि मेरी नीयत गलत है?' केजरीवाल ने यह भी ट्वीट किया, 'अन्‍ना पर एक नहीं, सौ जिंदगियां कुर्बान।'

अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी स्वामी अग्निवेश के मुताबिक, 'केजरीवाल चाहते थे कि अनशन के दौरान अन्ना हजारे की मौत हो जाए और इसका फायदा आंदोलन को पहुंचे।' यह बात पहले उन्‍होंने एक न्‍यूज चैनल पर कही। केजरीवाल ने इस पर सवाल उठाए और स्‍वामी के बयान को संदेहास्‍पद बताया। लेकिन मंगलवार को दैनिक भास्‍कर डॉट कॉम से बातचीत में स्‍वामी अग्निवेश ने दोहराया कि अरविंद चाहते थे कि अन्‍ना का बलिदान हो जाए, ताकि आंदोलन को मजबूती मिले। स्‍वामी अग्निवेश का दावा है कि अरविंद ने कहा था कि अन्ना का बलिदान आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा।

अप्रैल 2011 में जब जंतर-मंतर पर जन लोकपाल आंदोलन शुरू हुआ तो अग्निवेश अन्ना को आमरण अनशन पर बैठाने के खिलाफ थे। अग्निवेश के अनुसार, 'जब मुझे पता चला कि अन्ना आमरण अनशन करने वाले हैं, तो मैंने अरविंद से सवाल किया था कि वह अन्ना जैसे बुजुर्ग को आमरण अनशन पर क्यों बैठा रहे हैं? इस पर अरविंद ने कहा कि उनका बलिदान हो जाता है तो इससे क्रांति होगी। वह मर जाएंगे तो कोई बात नहीं, यह आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा।'

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