आदरणीय शिला जी,
सर्वप्रथम तो आपको बिजली के इन दामो के लिए धन्यवाद.. दिल्ली का आम आदमी आपके द्वारा किये जा रहे आम आदमी पर इन उपकारों से बहुत खुश है!
और एक प्राथना और थी आप उपर की इन दो पंक्तियों को पड़कर व्यंग ना समझ ले और मेरे उपर मान हानि का मुकदमा ना ठोके क्रपा करके वरना मेरा तो कुछ नही देश को पता चल जायेगा की आप का मान कितना सा? है..
खेर मुद्दे पर आते है मेडम, आप पता ही होगा की श्री अरविन्द केजरीवाल बिजली के बड़े दामो के खिलाफ अनशन पर बैठे हुए है.. और आप उनके कितने भी दिन तक अनशन करने के बाद भी बिजली का दाम ना घटाने को मन बना चुकी है.. आप कम से कम ये तो बता ही दें की आप का दिल कब पिघलेगा उन झुगी झोपडी वालो पर जिनकी झुगी का बिल 67000 आ जाता है..
आप इतनी सीनियर लीडर है पिछले पन्द्रह सालो से देश की राजधानी सम्भाल रही है.. क्या आपाको कंही से भी लगता है उस झुगी में इतनी बिजली जल गई होगी?
शिला जी मैं आपके पोते की उम्र का हूँ इसीलिए आपसे विन्रम निवेदन कर रहा हूँ.. हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूँ की ये बिजली मुद्दे पर जरा ध्यान दें और अरविन्द जी के साथ वार्ता करे..अगर आप एक आम आम आदमी की मांगे मान लेंगे तो आपका कोई सम्मान नही घट जायेगा मेडम..
हो सकता है आपकी भी कुछ मजबूरिय हो.. जिन बिजली कम्पनियों के वो बिल है आप उनके सामने नत मस्तक हो और शायद यही कम्पनिया आपको आगामी दिल्ली इलेक्शन में आर्थिक मदद कर रहे है.. और इसीलिए वो पैसा "आम आदमी" जेब से आप भी निकलने दे रही है..
खेर अभी तो अनशन शुरू हुए कुछ ही दिन हुए है.. देखते है आप कब तक नही पिघलती वरना हम तो रोज़ आपके इस व्यवहार पर प्रतिक्रिया देंगे ही..
और तब तक इस मुद्दे पर सोसल मिडिया में इस देश का युवा लिखता रहेगा जब तक आप अरविन्द जी की मांगे ना मान ले..
और हाँ मेडम कंही इस भूल में मत रहना की ये आन्दोलन तो सिर्फ दिल्ली तक ही सिमित रहेगा.. ये सोसल मिडिया का दौर है मेडम ऐसा ना हो आपके इस व्यवहार के कारण पुरे देश में आप अपनी पार्टी की छवि भी खराब कर बैठे.. क्युकी इस पोस्ट का लेखक भी दिल्ली का नही देहरादून का है :)
और हम भी आपका गुस्सा बहुगुणा जी के बेटे के चुनाव में दिखा चुके है यदि आप को याद हो तो..
बाकी इस सिरीज़ की पोस्ट हम तब तक जारी रखेगे जब तक अरविन्द भाई अनशन पर बैठेंगे...