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मंगलवार, 26 मार्च 2013

आम आदमी का संदेश शिला जी के नाम:- "शिला जी कब तो बहरी बनी रहोगी"

आदरणीय शिला जी,
                     इस मुर्ख आम आदमी ने कल भी आप से विनम निवेदन किया था की आप अरविन्द जी मांगो पर विचार करे और यथासम्भव उन मांगो पर कार्यवाही भी करे.. अरविन्द जी ने कोई आप से बहुत भरी भरकम मांग तो की नही है.. बस बिजली के बड़े हुए बिलों को कम करने की दरखास्त ही की है, पर शायद आप एक "आम आदमी" के सामने झुकता नही दिखना चाह रही है!


 आज होली का दिन है आप और आपका पूरा परिवार आज होली मना रहा होगा, क्या अरविन्द केजरीवाल का कोई परिवार नही है? क्या उन हजारो लोगो का कोई परिवार नही है जो आज भी अरविन्द जी के अनशन स्थल पर जुटे हुए है... आप कम से कम इस त्यौहार के  मौके पर कुछ तो कन्हे अरविन्द जी से उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरवाट आ रही है.. और  जैसे जैसे उनके स्वास्थ्य में और अधिक गिरावट आती रहेगी, इस युवा का आपसे निवेदन और अधिक कडा होता रहेगा.. अब ऐसा तो है नही की आप बिजली के बिलों को कम नही करेंगी इस अनशन के बाद.. आपको तो करने होंगे ही क्युकी जितनी अधिक आप देर करेंगे ये आन्दोलन और अधिक उग्र रूप लेने लगेगा.. और इस से आपकी पार्टी और आपकी सरकार की छवि को भारी नुक्सान भी होगा!
पर आप भी अरविन्द जी के स्वास्थ्य में भयानक गिरावट का इन्तजार कर रही है शायद जिस से आप बिजली कम्पनियों को दिखा सके की इस कारण मुझे बिजली के बिल कम करने के लिए  मजबूर होना पड़ा..
मेने सुना है की आपकी पार्टी की केंद्र सरकार अम्बानी की दूकान है? अगर ये सच है तो क्या आप इन बिजली कम्पनियों की दूकान है जो आपको वो लोग नही दिख रहे जिन्होंने आपको दिल्ली की सत्ता तक पहुचाया और आपका ध्यान  सिर्फ और सिर्फ बिजली कम्पनियों को अधिक से अधिक फायदा पहुचाने पर ही है!

शिला जी चिंता ना करे.. कब तक इस "आम आदमी" की मांगो को इगनोर करोगे जनाब.. नवम्बर में दिल्ली विधान सभा चुनाव है कंही ऐसा ना हो ये आम आदमी सत्ता में आ जाए और फिर अपने लिए खुद कानून बनाये..अपने बिजली-पानी के बड़े हुए बिल खुद सस्ते करे.. आपने देखा ही होगा की कल दिल्ल्ली के लोगो ने बिजली के बिलों की होली जलाई.. अब इंतजार किस बात का है? आपकी सरकार की होली जलने का..
और ये आपको संदेश देने की सीरिज तब तक जारी रखी जायेगी जब तक की आप अरविन्दजी मांगे मान नही लेती...

धन्यवाद!!

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