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मंगलवार, 26 मार्च 2013

अरविन्द का अनशन और मिडिया का ये प्रदर्शन

मैं इस देश की मिडिया जिसे लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ मानते है, उस से साधारण से कुछ प्रश्न पूछ रहा हूँ?
१.क्या इस देश में बिजली -पानी से बड़ा मुद्दा संजय दत्त की जेल है?
२. क्या इस देश में बिजली-पानी से बड़ा मुद्दा सास-बहु-और साज़िश है?
३.क्या इस देश में बिजली- पानी से बड़ा मुदा मुशरफ की पाकिस्तान वापसी है?

कुछ तो कारण होंगे मिडिया के द्वारा बाई काट करने करने के ये आन्दोलन..
क्या ये अरविन्द भाई का आन्दोलन है?
या दिल्ल्ली की उन लोगो का आन्दोलन है जो बिजली के बड़े बिलों से परेशान है?
अब मिडिया के इस आन्दोलन का बाई काट करने के तिन ही कारण हो सकते है..
या सच में बिजली-पानी से बड़ा संजय दत्त,सास-बहु साजिसऔर मुशरफ है..
या बिजली के बड़े बिलों से मिडिया हॉउसेस को कोई परेशानी नही है..
और एक तीसरा कारण ये हो सकता है की देश का चौथा स्तम्भ अरविन्द केजरीवाल के अम्बानी पर किये खुलासे के बाद उनके आन्दोलन अब अपने चेनल पर नही दिखा सकता हो..

मुझे निजी रूप से ये तीसरा कारण ही लग रहा है मिडिया की बेरुखी का?
 वेसे मिडिया दिखाए तो भी अच्छा और नही दिखाए तो भी अच्छा..
पर दिनकर जी की वो पंक्तिया तो इस मिडिया के लिए कही ही जा सकती है..
"नही पाप का भागी केवल व्याध, जो तटस्थ है समय लिखेगा उनका भी अपराध.."

कंही ऐसा ना  हो की तुम्हारे माथे ये इल्जाम आये माँ कहे जब वक्त पड़ा तो बेटे काम ना  आये..
आज जब भारत माता को अपने सभी बेटो की आवश्यता है देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए तो क्यों कुछ बेटे अभी भी निहायत ही निजी स्वार्थ का परिचय दे रहे है..
अरे माहराज कौन कह रहे है अरविन्द केजरीवाल की पार्टी का समर्थन करो?
पर जीस देश में मन्दिर-मस्जिद.. धर्म-मजहब..
मराठी-गेर मराठी जैसे आन्दोलन हुए..
उस देश में पहली बार कोई बिजली-पानी के मुद्दे पार आन्दोल्लं कर रहा है.. मिडिया से तो हम आशा ही कर सकते है की वो भी एक सामान्य देश के नागरिक के रूप में ही सही इस आन्दोलन का साथ दें..
क्युकी ये व्यक्ति का नही.. देश का आन्दोलन है..
वरना राज ठाकरे के भाषण  और रेलियो को ही कवर करो भाई.. हमे क्या है..


धन्याद देश के चौथे स्तम्भ :(

12 टिप्‍पणियां:

  1. Congress agar aaj ke time mein sarkar mein hain to sirf SBI aur MEDIA ki vajha se ( MULAYAM AUR MAYAWATI SBI ki vajaha se congress ke sath hain aur Media Aap jaise bhai ke Awaj logo tk nhai pouchne deti hain

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    1. संदीप भाई ठीक ही कह रहे हो.. अभी तो बीएस अंगडाई है आगे और लड़ाई है....

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  2. हम बिकाऊ नही है.. आम आदमी.. हमे बदनाम मत करो..

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  3. भारतीय मिडिया बिक चुका है ....पत्रकार बिक चुके हैं .....प्रेस अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है ऐसा लगता है कि सरकारों ने इन सबको खरीद लिया है ......जागो आम आदमी जागो .....ऑंखें खोलो ....सच जानो सच का साथ दो ......अरविंद का साथ दो जो आम आदमी के लिए लड़ रहा है ......आम आदमी पार्टी (AAP) का साथ दो जो आम आदमी की पार्टी है !!! निकलो बहार मकानों से, जंग लड़ो बेईमानों से !!! जय हिन्द !!! तो आप क्या सोंच रहे है जल्दी से आम आदमी पार्टी के सदस्य बनिए और देश कि दूसरी आजादी कि लड़ाई में भागीदार बने
    {जयहिन्द-जयभारत}
    अनिल गुप्ता आम आदमी कानपुर नगर 9452716182

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    1. अनिल भाई क्या बात कह दी आपने .... आम आदमी ज़िदाबाद...

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  4. बेनामी3/26/2013

    media wale ko kon sabd kahe bahgawn sharm kare mujhe pata nhi chal raha hai ..par agar ramayan yad kare to pata chalata hai desdroh hi ek aisa sabd jo bhagwan maf nhi karate hai ..esliye mai aaj media house aur media person patrkaruta logo ek desdroh ka darja de raha hun taki upar jane k bad bhi eski duragati ho ..jisane apne swarth k liye pure des ko bech diya hai .aise log ko des ki kaman kyun diye the ...jai hind

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  5. सारे मादरचौद खुजलीवाल हो तुम लोग अब मिडिया नही दिखा रही तो गांड फट के हाथ में आ गई ना...
    मोदी को प्रधान मंत्री बनने से रोक्कने के लिए तुम्हे खड़ा किया है खंग्रेस ने.. साले सोनिया को दल्ले अरविन्द खुजलीवाल

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  6. सभी मित्रो से उम्मीद की जाती है वो अपनी भाषा का संयम रखेगे... चर्चा में .... मोदी भक्त जी आप भी यदि अपनी बात रखने में शब्दों का चयन बेहतर कर ले तो अच्छा होगा..

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  7. Ashutosh Bahuguna3/26/2013

    Bahut Dukh hota hai jab koi accha kaam kar raha ho or uski lokpriya hone se logon ko pareshani hoti hai.Waise jab bhi ham History padte hain to jo bhi krantikari hue unke sath bhi aisa hi hua hoga us samay kisi ne socha bhi nahi hoga ki wo Janm Janm tak pooje jayenge.Or wohi galati ham bhee kar rahe hain Jab Arvind nahi rahenge tab sab log unke Kaam ko Sahi Tharayenge.

    Ye Manusya Pravirti hai jo kabhi khatam nahi hogi.Kuch Acche to Kuch Bure log hamesha hi rahenge .Or Bure log Jyada Shaktishali Dikhenge ,Jyada Khushaal Dikhenge.Lekin wo andar se Santushth nahi honge.

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    1. बहुगुणा जी बिलकुल ठीक कह रहे हो आप... वेसे अब तो हम लोगो को गालिया खाने की आदत हो गई है

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